उलझनों और कश्मकश में.. उम्मीद की ढाल लिए बैठा हूँ.. ए जिंदगी! तेरी हर चाल के लिए.. मैं दो चाल लिए बैठा हूँ | लुत्फ़ उठा रहा हूँ मैं भी आँख – मिचोली का … मिलेगी कामयाबी, हौसला कमाल का लिए बैठा हूँ l चल मान लिया.. दो-चार दिन नहीं मेरे मुताबिक.. ये गहराइयां, ये… Continue reading उलझनों और कश्मकश में
Category: लव शायरी
कुछ शब्द हि
कुछ शब्द हि तो थी ये जिन्दगी मेरी ..तूने साथ मिलकर कहानी बना दी …!!
घूरती आपकी निगाहें
आज का ज्ञान – किसी महिला को घूरती आपकी निगाहें…. आपके चरित्र का चीर हरण है..
सनम तेरी बातें
नेताओ के वादे और सनम तेरी बातें, दोनों ही दिल और जेब पर सीधी मार करती हैं।
आखिर कब समझोगे
आखिर कब समझोगे तुम मुहब्बत को! अरे इसमें दग़ा नही, वफ़ा की जाती है!!
वो दिल से
एक खेल रत्न उसको भी दे दो बड़ा अच्छा खेलती है वो दिल से
इश्क़ बनाने वाले
ये इश्क़ बनाने वाले की मैं तारीफ करता हूँ… मौत भी हो जाती है और क़ातिल भी पकड़ा नही जाता
मिल जाए मुझे
मिल जाए मुझे सबकुछ” ये दुआ देकर चला गया.. और मुझे बस वो चाहिए था.. जो ये दुआ देकर चला गया…
अब इतना भी
अब इतना भी सादगी का ज़माना नहीं रहा के तुम वक़्त गुज़ारो और हम प्यार समझें ।।।।।
जिन्होंने याद रखा
जिन्होंने याद रखा उनको सलाम जो भूल गए उनका शुक्रिया