सुना है कि ख़त जला दिया है उसने, सुना है कि अब वो राख पढ़ा करती है…
Category: लव शायरी
कोशिश में हूँ
कोशिश में हूँ कि कह दूँ सब कुछ इस क़दर, तेरा नाम भी ले लूँ और तेरा जिक्र भी ना हो…
माफ़ी चाहता हूँ
माफ़ी चाहता हूँ गुनाहगार हूँ तेरा ऐ दिल…!! तुझे उसके हवाले किया जिसे तेरी कदर नहीं…!!
जब कभी भी
जब कभी भी ख़वाब में सहरा नज़र आया मुझे। तिश्नगी का इक नया चेहरा नज़र आया मुझे।।
लिखता हूँ तो
लिखता हूँ तो बस तुम ही उतरते हो कलम से , पढ़ता हूँ तो लहजा भी तुम और आवाज़ भी तुम|
ग़लत-फ़हमियों में
ग़लत-फ़हमियों में जवानी गुज़ारी कभी वो न समझे कभी हम न समझे…
पा सकेंगे न उम्र भर
पा सकेंगे न उम्र भर जिसको जुस्तुजू आज भी उसी की है।
अक्सर ज़माना छोङ देता है
मुसीबत में तो साथ अक्सर ज़माना छोङ देता है, जो अपना है वो पहले आना जाना छोङ देता है। हमारी दास्ताने जिन्दगी इक बार जो सुन ले, तो फिर वो जिन्दगी भर मुस्कराना छोङ देता है।
दुनिया से तनहा लड़ोगे….
दुनिया से तनहा लड़ोगे…. बच्चों सी बाते करते हो…..
मोहब्बतों का ज़िक्र
मोहब्बतों का ज़िक्र करते हैं कमजर्फ़ ही अक्सर, जिनकी इबादतें हैं वो ख़ामोश रहा करते हैं…