दर्द दिल का

दर्द दिल का कैसे बयाँ करे भला अल्फाजो में हम वो लफ्ज कहाँ से लायें जिसमे समा जायें सब गम”

अल्फ़ाज़ मैला कर दिया

हर भूख हर प्यास हर मतलब को प्यार बताकर लोगों ने यह अल्फ़ाज़ मैला कर दिया”

दिल पे वजन बढे

जेब का वजन बढाते हुए अगर दिल पे वजन बढे …. तो समझ लेना कि ‘सौदा’ घाटे का ही है!

समय की कीमत

समय की कीमत पेपर से पूछो जो सुबह चाय के साथ होता है, वही रात् को रद्दी हो जाता है” इसलिए, ज़िन्दगी मे जो भी हासिल करना हो… उसे वक्त पर हासिल करो….. क्योंकि, ज़िन्दगी मौके कम और धोखे ज्यादा देती है…

सच मानते थे

यही सोच कर उसकी हर बात को सच मानते थे के इतने खुबसूरत होंठ झूठ कैसे बोलेंगे

साथ जूड जाये

अच्छा स्वभाव maths के 0 जैसा हैं दोस्तो जिसके भी साथ जूड जाये उसकी किमत बढा देता हैं….

घोंसले की फिक्र

घोंसले की फिक्र नें कैदी बनाकर रख दिया.. पंख सलामत थे मेरे पर मैं उड़ न सका..

देखेंगे अब जिंदगी

देखेंगे अब जिंदगी चित होगी या पट……. हम किस्मत का सिक्का उछाल बैठे हैं….

यादों की हवा

सारा दिन गुजर जाता है, खुद को समेटने में, फिर रात को उसकी यादों की हवा चलती है, और हम फिर बिखर जाते है!

दाव पेंच मालूम है

सब दाव पेंच मालूम है उसको वो बाजी जीत लेता है मेरे चालाक होने तक

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