मर जाए तो बढ़ जाती है इंसान की कीमत .. जिंदा रहे तो जीने की सजा देती है दुनिया.
Category: वक़्त शायरी
हमेशा खामोश रहना..
उस जगह हमेशा खामोश रहना…. जहां , दो कौड़ी के लोग ,, अपनी हैसियत के “गुण-गान” गाते हों….।
तुम्हें भी याद
तुम्हें भी याद नहीं और मैं भी भूल गया वो लम्हा कितना हसीं था मगर फ़िज़ूल गया
मैँ भी जिन्दा हूँ….
कितनी झुठी होती है, मोहब्बत की कस्मेँ….।” देखो तुम भी जिन्दा हो, मैँ भी जिन्दा हूँ….॥
हर शख्स के पास
आग लगाने को कहो तो हर शख्स के पास माचिस है घर किसी का जले तो पानी की कमी हो जाती है।।
इज़हार कर गयी…!!
एक मैं था जो थक गया, लफ्ज़ ढूंढ-ढूंढ कर,, एक वो थी जो खरीदे हुए गुलाब देकर इज़हार कर गयी…!!
नींद के शौक़ीन
हम नींद के शौक़ीन ज्यादा तो नहीं लेकिन, तेरे ख्वाब न देखूं तो गुज़ारा नहीं होता..
जिंदगी का खेल
जिंदगी का खेल शतरंज से भी मज़ेदार होता है, लोग हारते भी है तो अपनी ही रानी से …
भीड़ का हिस्सा
यह दुनिया इंसानों की बस्ती है फरिश्ता मत बन, लोग पत्थर से तुझे मारेंगे शीशा मत बन, ऐसा कुछ कर कि सारा जमाना तुझे देखे, अपनी पहचान बना, भीड़ का हिस्सा मत बन..!
एक दूसरे के लिये
ना आप अपने आप को गले लगा सकते हो, ना ही आप अपने कंधे पर सर रखकर रो सकते हो। ? एक दूसरे के लिये जीने का नाम ही जिंदगी है।इसलिये वक़्त उन्हें भी दो जो आपको चाहते है दिल से…|