सच को तमीज नहीं बात करने की। झूठ को देखो कितना मीठा बोलता है।
Category: वक्त-शायरी
नज़र को नज़र की
नज़र को नज़र की खबर ना लगे कोई अच्छा भी इस कदर ना लगे आपको देखा है बस उस नज़र से जिस नज़र से आपको नज़र ना लगे…
जिंदगी ने मेरे मर्ज का
जिंदगी ने मेरे मर्ज का एक बढ़िया इलाज़ बताया वक्त को दवा कहा और ख्वाहिशों का परहेज बताया|
मुझसे मिलने को
मुझसे मिलने को करता था बहाने कितने, अब मेरे बिना गुजारेगा वो जमाने कितने !!
उम्दा सारी आदतें
उम्दा सारी आदतें, फूटे हुए नसीब। कच्चे धागे से हुई, माला बेतरतीब।।
सच का जवाब नही
ज़ायके में थोडा कड़वा है वर्ना सच का जवाब नही|
दुनिया में दो तरह के लोग
दुनिया में दो तरह के लोग होते हैं… एक वो जो मौका आने पर साथ ” छोड़ ” देते हैं और दूसरे वो जो साथ देने के लिऐ मौका “ढूँढ़” लेते हैं।
बिछड़कर फिर मिलेंगे
बिछड़कर फिर मिलेंगे यकीन कितना था… बेशक ख्वाब ही था मगर.. हसीन कितना था…
मोहब्बत से फतैह
मोहब्बत से फतैह करो लोगो के दिलो को, जरुरी तो नही सिकन्दर की तरह तलवार रखी जाये…
अकेले आये थे
अकेले आये थे और अकेले ही जाना है, फिर ये अकेला रहा क्यूँ नहीं जाता..