तरस जाओगी हमारे लबों से

तरस जाओगी हमारे लबों से सुनने को एक एक लफ्ज, जब हम प्यार की बातें तो क्या शिकायत भी नहीं करेंगे…

दुआओ को भी

दुआओ को भी अजीब इश्क है मुझसे… वो कबूल तक नहीं होती मुझसे जुदा होने के डर से …

वहाँ तक तो साथ चलो

वहाँ तक तो साथ चलो ,जहाँ तक साथ मुमकिन है , जहाँ हालात बदल जाएँ , वहाँ तुम भी बदल जाना …

हर मर्ज़ का इलाज़

हर मर्ज़ का इलाज़ मिलता था उस बाज़ार में … मोहब्बत का नाम लिया, दवाख़ाने बन्द हो गये…

जिस कदर मेरी

जिस कदर मेरी ख्वाहिशों की पतंग उड़ रही है, एक न एक दिन कटकर लूट ही जानी है|

आँधियों जाओ अब करो

आँधियों जाओ अब करो आराम, हम खुद अपना दिया बुझा बैठे

बदल जाती हो तुम …

बदल जाती हो तुम कुछ पल साथ बिताने के बाद…… यह तुम मोहब्बत करती हो या नशा…

समंदर बेबसी अपनी

समंदर बेबसी अपनी किसीसे कह नहीं सकता, हजारों मील तक फैला है फिर भी बह नहीं सकता !!

पहले ढंग से

पहले ढंग से तबाह तो हो ले मुफ़्त में उसे भूल जाएँ क्या …

कुछ तो सम्भाला होता..

कुछ तो सम्भाला होता…. मुझे भी खो दिया तुमने…..

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