वो पतथर भी मारे तो उठा के झोलियाँ भर लूँ कभी मोहब्बत के तोहफ़ो को लौटाया नही करते ।
Category: लव शायरी
कहानियाँ लिखने लगा
कहानियाँ लिखने लगा हूँ मैँ अब.!! शायरियोँ मेँ अब तुम समाती नहीँ.!!
आ ज़ा फिर से
आ ज़ा फिर से मेरे ख्यालों में….कुछ बात करते हैं…. कल जहाँ खत्म हुई थी…वहीं से शुरुवात करते हैं…!!
अपनी खुशियों की
अपनी खुशियों की चाबी किसी को न देना… लोग अक्सर दूसरों का सामान खो देते हैं…
माला की तारीफ़
माला की तारीफ़ तो करते हैं सब, क्योंकि मोती सबको दिखाई देते हैं.. काबिले तारीफ़ धागा है जनाब जिसने सब को जोड़ रखा है.
शौक से तोड़ो दिल
शौक से तोड़ो दिल मेरा मुझे क्या परवाह, तुम ही तो रहते हो इसमे, अपना ही घर ऊजाड़ोगे”.
मुद्दत के बाद
मुद्दत के बाद उसने जो आवाज़ दी मुझे, कदमों की क्या बिसात थी, सांसें ठहर गयीं…!!!
हमारा हक तो
हमारा हक तो नही है फिर भी हम तुमसे कहते हैं, हमारी जिँदगी ले लो मगर उदास मत रहा करो..
हमी से सीखी है
हमी से सीखी है वफ़ा-ऐ-मोहब्बत उसने, जिससे भी करेगा… कमाल करेगा ।
कौन कहता हे
कौन कहता हे भगवान आते नहीं तुम मीरा के जेसे बुलाते नहीं