रुख से नकाब गर, उठ जायेगा तेरा आ जायेगी कयामत और हश्र होगा।
Category: प्रेरणास्पद कहानी
बगावत करना नहीं
बड़े होने का मतलब सिर्फ बगावत करना नहीं है इसका मतलब कुछ अपनी कहना कुछ दूसरो की सुनना भी है
जो नहीं है
जो नहीं है पर दिखाई देता है ,वह संसार है, जो है पर दिखाई नहीं देता, वह परमात्मा है।
ऊपर जिसका अंत
ऊपर जिसका अंत नही उसे आंसमा कहते हैं और इस जंहा मे जिसका अंत नही उसे मां कहते हैं
प्रतिशत पसीना है
प्रतिभा एक प्रतिशत प्रेरणा और निन्यानबे प्रतिशत पसीना है.
मुमकिन नहीं की
कोई तो लिखता होगा इन कागजों और पत्थरों का भी नसीब । वरना मुमकिन नहीं की कोई पत्थर ठोकर खाये और कोई पत्थर भगवान बन जाए । और कोई कागज रद्दी और कोई कागज गीता और कुरान बन जाए ।।
अपनी कोशिश को
सफलता कभी भी ‘पक्की’ नहीं होती, तथा असफलता कभी भी ‘अंतिम’ नहीं होती !! इस लिए अपनी कोशिश को, तब तक जारी रखो, जबतक आपकी ‘ जीत ‘, एक ‘इतिहास’ ना बन जाये!!
मेरा है मुझमें
अलग दुनिया से हटकर भी कोई दुनिया है मुझमें, फ़क़त रहमत है उसकी और क्या मेरा है मुझमें. मैं अपनी मौज में बहता रहा हूँ सूख कर भी, ख़ुदा ही जानता है कौनसा दरिया है मुझमें. इमारत तो बड़ी है पर कहाँ इसमें रहूँ मैं, न हो जिसमें घुटन वो कौनसा कमरा है मुझमें. दिलासों… Continue reading मेरा है मुझमें
बुरा मान गये!
गले से उन को लगाया तो बुरा मान गये! यूँ नाम ले के बुलाया तो बुरा मान गये! ये हक़ उसी ने दिया था कभी मुज को लेकिन; जो आज प्यार जताया तो बुरा मान गये! जो मुद्द्तों से मेरी नींद चुरा बैठे है; में उस के ख्वाब में आया तो बुरा मान गये! जब… Continue reading बुरा मान गये!
सुबह से संदेशे
सुबह से संदेशे तो बहुत आये लेकिन मेहमान कोई नही आया. सोचता हूँ ड्राइंग रूम से सोफा हटा दूं. या ड्राइंग रूम का कांसेप्ट बदलकर वहां स्टडी रूम बना दूं. दो दिन से व्हाट्स एप और एफबी के मेसेंजर पर मेसेज खोलते, स्क्रॉल करते और फिर जवाब के लिए टाइप करते करते दाहिने हाथ के… Continue reading सुबह से संदेशे