खुश मिज़ाज लोग

खुश मिज़ाज लोग टूटे हुए होते हैं अंदर से… बहुत रोते हैं वो जिनको लतीफे याद रहते हैं…

ज़िन्दगी जब चुप सी रहती है

ज़िन्दगी जब चुप सी रहती है मेरे खामोश सवालो पर… तब दिल की जुबाँ स्याही से पन्नें सजाती है..!!

तेरी मुस्कुराहट पे

तेरी मुस्कुराहट पे दिल जानिश़ार हैं तेरी मोहब्बत पे हम यू गिरफ्तार हैं!

कुछ भी बचा न कहने को

कुछ भी बचा न कहने को हर बात हो गई.., आओ कहीं शराब पिएँ रात हो गई..!!

हम भी वही होते हैं

हम भी वही होते हैं, रिश्ते भी वही होते हैं, और रास्ते भी वही होते हैं, बदलता है तो बस….. समय, एहसास, और नज़रिया…!!

सब्र तहज़ीब है

सब्र तहज़ीब है हमारी,तुम क्या समझते हो हम बेजुबां है।

गहरी बातें समझने के लिए

गहरी बातें समझने के लिए गहरा होना जरुरी है, और गहरा वही हो सकता है जिसने गहरी चोटें खायी हो

उसने जब फूल को

उसने जब फूल को छुआ होगा होश, खुशबू के उड़ गए होंगे|

सुना है कि ख़त जला दिया है

सुना है कि ख़त जला दिया है उसने, सुना है कि अब वो राख पढ़ा करती है…

लिखता हूँ तो

लिखता हूँ तो बस तुम ही उतरते हो कलम से , पढ़ता हूँ तो लहजा भी तुम और आवाज़ भी तुम|

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