मेरी ही ग़ज़लें गुनगुनाती है वो, जब बंद हो जाती है उससे ..बोल-चाल मेरी…!!!
Author: pyarishayri
दादा दादी के पास बैठना है
दुनिया का सबसे फायदेमंद सौदा दादा दादी के पास बैठना है, चंद लम्हों के बदले में वो आपको बरसो का तजुर्बा देते है…!!!
तेरी आदत सी हो गई
शिकवा करने गये थे और इबादत सी हो गई, तुझे भुलाने की ज़िद थी, मगर तेरी आदत सी हो गई…!!!
भूखा गरीब जो फूटपाथ पर पड़ा था
लोग उसे शराबी समझते रहे, दो दिन का भूखा गरीब जो फूटपाथ पर पड़ा था…!!!
तुम्हारी यादोँ मे भीग रहा था
खिड़की से बाहर जो देखा तो आज फिर बादल बरस रहे थे, और मैं अन्दर कतरा-कतरा तुम्हारी यादोँ मे भीग रहा था…!!!
वर्षों का सफर खाक हुआ उस दिन
वर्षों का सफर खाक हुआ उस दिन…. . . जब उसनें पूँछ लिया … ” कहो कैसें आना हुआ ????
मेरे लहजे में जी हुजूर ना था
मेरे लहजे में जी हुजूर ना था इसके अलावा मेरा कोई कुसूर ना था अगर पलभर को भी में बे-जमीर हो जाता यकीन मानिये कब का वजीर हो जाता” !!!
बेटी होती है
“जो मम्मी, पापा को स्वर्ग ले जाये वह बेटा होता है” किंतु “जो स्वर्ग को घर में ले आये, वह बेटी होती है “
उस गरीब कि उम्मीदे भी क्या होगी
उस गरीब कि उम्मीदे भी क्या होगी…. जिसकी सांसे गुब्बारो मे बिकती है….
बिना हासिल किये किसी को चाहना
हासिल करके मुहोब्बत तो हर कोई कर सकता है.. बिना हासिल किये किसी को चाहना कोइ हमसे पूछे..