कार्य करने के लिए

परिणामो की चिंता करना हमारा कार्यक्षेत्र नहीं हे.. . . हम तो सिर्फ कार्य करने के लिए उत्तरदायी हे… ……

मुझे भी आता था

हर कोई मुझे जिंदगी जीने का तरीका बताता है, . उन्हें कैसे समझाऊ एक ख्वाब अधुरा है …. वर्ना जीना मुझे भी आता था….. …..

धड़कन तो इसे

अगर रुक जाये धड़कन तो इसे मौत न समझना…. अक्सर होता है ऐसा तुझे याद करते-करते….

प्रवचन देता है

आदमी सुनता है मन भर’. सुनने के बाद प्रवचन देता है टन भर; और खुद ग्रहण नही करता कणभर।

तुम खुद ही

मेरी नजर से कभी खुद को देखना, . तुम खुद ही खुद पे फिदा हो जाओगे…!!

धड़क रहा होगा

मेरा नाम लिखकर छूकर देखना कभी… कोई दिल वहाँ भी धड़क रहा होगा

हल निकलेगा आज

कोशिश कर, हल निकलेगा आज नही तो, कल निकलेगा। अर्जुन के तीर सा निशाना साध, जमीन से भी जल निकलेगा । मेहनत कर, पौधो को पानी दे, बंजर जमीन से भी फल निकलेगा । ताकत जुटा, हिम्मत को आग दे, फौलाद का भी बल निकलेगा । जिन्दा रख, दिल में उम्मीदों को, समन्दर से भी… Continue reading हल निकलेगा आज

झूठ बोलते हो

जाने कितने झूले थे फाँसी पर, कितनो ने गोली खायी थी क्यों झूठ बोलते हो साहब , की चरखे से आजादी आई थी

समझाना मुश्किल हो जाये

जहाँ दूसरे को समझाना मुश्किल हो जाये, वहाँ खुद को समझा लेना बहतर होता है ।

रूह में महकता है

तेरा इश्क़ जब ख़ुशबू बनकर मेरी रूह में महकता है, तुम दूर हो कर भी तब कितने क़रीब लगते हो…

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