बड़ी मुश्किल से

बड़ी मुश्किल से सुलाया है ख़ुद को मैंने, अपनी आँखों को तेरे ख़्वाब क़ा लालच देकर..

बहुत ख़ामोशी से

बहुत ख़ामोशी से टूट गया… वो एक भरोसा जो उस पे था.!!!!

कितने अंदाज से

कितने अंदाज से किया “नजर अंदाज” उसने ! ऐ खुदा” उसके इस अंदाज को “नज़र” ना लगे !!

जरूरते भी जरूरी हैं

जरूरते भी जरूरी हैं, जीने के लिये लेकिन, तुझसे जरूरी तो , जिंदगी भी नही!

बेनाम रिश्ते का

बेनाम रिश्ते का ये कैसा एहसास है.. अजनबी है फिर भी न जाने क्यों खास है…..!!!!!

दिल से ज़्यादा

दिल से ज़्यादा महफूज़ जगह नहीं दुनिया में, मगर……. सबसे ज़्यादा लोग लापता यहीं से होते हैं।

बहुत आसान होता है

बहुत आसान होता है कोई उदाहरण पेश करना लेकिन… बहुत कठिन होता है खुद कोई उदाहरण बनना ॥

मैने खत को देखा

मैने खत को देखा और रख दिया बिना पढे हुए मै जानता हु उसमे भुल जाने का मशवरा होगा |

मेरी मोहब्बत है

मेरी मोहब्बत है वो कोई मज़बूरी तो नही, वो मुझे चाहे या मिल जाये, जरूरी तो नही, ये कुछ कम है कि बसा है मेरी साँसों में वो, सामने हो मेरी आँखों के जरूरी तो नही!

पूछ लेते वो बस

पूछ लेते वो बस मिजाज मेरा ……. कितना आसान था इलाज मेरा….

Exit mobile version