उसे भरम है

उसे भरम है अभी के वो नादान जीतेगा। जो सच्चा होगा वही मेरी जान जीतेगा । तू डरता क्यूँ है इन झूठ के सौदागरों से । जंग जब भी होगी दावा है ईमान जीतेगा।।

हम मरेगें भी तो

हम मरेगें भी तो उस अंदाज से, जिस अंदाज में लोग जीने को भी तरसते है।

जो कुरेद कर

जो कुरेद कर दिवार पे तुम्हारा नाम लिखा था, ज़िन्दगी की सबसे लम्बी कहानी वही तो थी।

आँखों में भी

आँखों में भी कुछ सपने सो जाते हैं सपनों में भी मुश्किल जब उनका आना लगता है

मुहब्बत की कोई

मुहब्बत की कोई कीमत मुकर्रर हो नही सकती है, ये जिस कीमत पे मिल जाये उसी कीमत पे सस्ती है

ख्वाहिशों की चादर

ख्वाहिशों की चादर तो कब की तार तार हो चुकी… देखते हैं वक़्त की रफूगिरि क्या कमाल करती हैं…

मत पूछो कि

मत पूछो कि मै यह अल्फाज कहाँ से लाता हूँ, उसकी यादों का खजाना है, लुटाऐ जा रहा हूँ मैं ।

फिर इशक का जुनूं

फिर इशक का जुनूं चढ़ रहा है सिर पे, मयखाने से कह दो दरवाजा खुला रखे….

कुछ तो सोचा होगा

कुछ तो सोचा होगा कायनात ने तेरे-मेरे रिश्ते पर… वरना इतनी बड़ी दुनिया में तुझसे ही बात क्यों होती….

कुछ कम है।

मुक्कम्मल ज़िन्दगी तो है, मगर पूरी से कुछ कम है।

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