रोकना मेरी हसरत थी

रोकना मेरी हसरत थी । और जाना उसका शोक … . वो अपना शोक पूरा कर गया । मेरी हसरते तोड़ कर …

कोई कहता है

कोई कहता है प्यार नशा बन जाता है! कोई कहता है प्यार सज़ा बन जाता है! पर प्यार करो अगर सच्चे दिल से, तो वो प्यार ही जीने की वजह बन जाता है

गम ने हसने न दिया

गम ने हसने न दिया, ज़माने ने रोने न दिया! इस उलझन ने चैन से जीने न दिया! थक के जब सितारों से पनाह ली! नींद आई तो तेरी याद ने सोने न दिया!

हस के चल दूँ

हस के चल दूँ मैं कांच के टुकडो परअगर दोस्त कह दे की ये तो मेरे बिछाए हुए फूल हैं…

कुछ देर तो हँस लेने दो

कुछ देर तो हँस लेने दो मुझे… हर पल कहाँ उसे मैं भूल पाता हूँ..!!

ना लफ़्ज़ों का

ना लफ़्ज़ों का लहू निकलता है ना किताबें बोल पाती हैं, मेरे दर्द के दो ही गवाह थे और दोनों ही बेजुबां निकले…

ये दुनियावाले भी

ये दुनियावाले भी अजीब होते है दर्द आँखो से निकले तो कायर कहते है और बातों से निकले तो शायर कहते है

हम इतने मतलबी नहीं

हम इतने मतलबी नहीं की तुझे धोका दे..!! बस्स हमें समझना तेरे बस की बात नहीं….!!!

जरूरत और चाहत में

जरूरत और चाहत में बहुत फ़र्क है… कमबख्त़…. इसमे तालमेल बिठाते बिठाते ज़िन्दगी गुज़र जाती है !!

बुलंदी तक पहुंचना

बुलंदी तक पहुंचना चाहता हूँ मै भी… पर गलत राहो से होकर जाऊ.. इतनी जल्दी भी नही..!!

Exit mobile version