चल चल के थक गया है

चल चल के थक गया है कि मंज़िल नहीं कोई, क्यूँ वक़्त एक मोड़ पे ठहरा हुआ सा है…

ख़ाक जिया करते हैं…

ज़िंदगी ज़िंदा-दिली का है नाम मुर्दा-दिल ख़ाक जिया करते हैं…

अधूरे से रहते मेरे लफ्ज़

अधूरे से रहते मेरे लफ्ज़ तेरे ज़िक्र के बिना…! मानो जैसे मेरी हर शायरी की रूह तूम ही हो…

बख्शे हम भी न गए

बख्शे हम भी न गए बख्शे तुम भी न जाओगे, वक्त जानता है हर चेहरे को बेनकाब करना।

तेरा वजूद है

तेरा वजूद है कायम मेरे दिल में उस इक बूँद की तरह, . जो गिर कर सीप में इक दिन मोती बन गयी….

तेरा वजूद है

तेरा वजूद है कायम मेरे दिल में उस इक बूँद की तरह, . जो गिर कर सीप में इक दिन मोती बन गयी…..

लोग कहते है

लोग कहते है हम मुस्कुराते बहुत है, और हम थक गए दर्द छुपाते छुपाते|

जिंदगी किसने बरबाद की हैं

उसने पुछा जिंदगी किसने बरबाद की हैं . हमने उंगली उठाई और अपने ही दिल पे रख दी..!!

कैसे बदल दूं

कैसे बदल दूं मैं फितरत ये अपनी , मुझे तुम्हें सोचते रहने की आदत सी हो गई है..!!

याद न कर पाऊँ

किसी रोज़ याद न कर पाऊँ तो खुदग़रज़ ना समझ लेना दोस्तों, छोटी सी इस उम्र मैं परेशानियां बहुत हैं..!!

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