कभी साथ बैठो तो कहूँ

कभी साथ बैठो तो कहूँ क्या दर्द है मेरा..अब तुम दूर से पूछोगे तो सब बढ़िया ही कहूँगा…

तारीखें… हज़ारों साल में

तारीखें… हज़ारों साल में बस इतनी ही बदली,पहले दौर था पत्थरों का,अब लोग हैं पत्थरों के…!!

कहाँ मिलता है

कहाँ मिलता है कोई दिल से चाहने वाला जनाब यहाँ समझोतों पर सब रिश्ते चल रहे है|

जिस घाव से

जिस घाव से खून नहीं निकलता, समझ लेना वो ज़ख्म किसी अपने ने ही दिया है..

बाहें डाल कर

बाहें डाल कर , मेरी गर्दन तो नाप ली, अब फन्दे मोहब्बत के , बनाना शुरू करो..!

जिएँ तो अपने बग़ीचे में

जिएँ तो अपने बग़ीचे में गुलमोहर के तले मरें तो ग़ैर की गलियों में गुलमोहर के लिए

तुझे रात भर

तुझे रात भर ऐसे याद करता हूँ मैं जैसे सुबह इम्तेहान हो मेरा ।

बस इसी बात पे

बस इसी बात पे फांसला रखा मैं ने.. वो..करीब था..हर किसी के..!!

ज़िँदगी का खेल अकेले नहीँ

ज़िँदगी का खेल अकेले नहीँ खेला जाता.. हमारी तो टीम है आ जाओ या बुला लो . . .

कहते हैं… काला रंग

कहते हैं… काला रंग अशुभ होता है पर स्कूल का वो ब्लैक बोड लोगों की जिन्दगी बदल देता है…..

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