एक वो दिन

एक वो दिन जब लाखों गम और काल पड़ा है आंसू का, एक वो दिन जब एक जरा सी बात पे नदियां बहती थीं।

मैं इस दिल में

मैं इस दिल में सबको आने देता हूँ , पर कभी शक मत करना क्युकि जहाँ तुम रहती हो वहाँ में किसी को जाने भी नहीं देता…!!

कभी खो लिया

कभी खो लिया कभी पा लिया कभी रो लिया कभी गा लिया कभी छीन लेती है हर ख़ुशी कभी मेहरबान बेहिसाब है।

ये जो ज़िन्दगी की

ये जो ज़िन्दगी की किताब है ये किताब भी क्या किताब है कभी इक हसीं सा ख्वाब है कभी जानलेवा अज़ाब है।

ऐ ग़ालिब तू शोर न कर….

ऐ ग़ालिब तू शोर न कर…. रजामंद तुझे भी किया जायेगा…. फरमाईस बता तेरी क्या है पैमाने-जाम तुझे भी दिया जायेगा……..

कोई ढूंढ लाओ उसको

कोई ढूंढ लाओ उसकोवापस मेरी ज़िन्दगी में… ज़िन्दगी अब साँसे नहीं,उसका साथ मांग रही है…

जो निखर कर

जो निखर कर बिखर जाये वो “कर्तव्य”है…! और जो बिखर कर निखर जाए वो “व्यक्तित्व” हैं…!

ईश्वर जिन्हे खून के रिश्ते में

ईश्वर जिन्हे खून के रिश्ते में बाँधना भूलजाता है उन्हें दोस्त बना देता है ……..

हवा के हौसले

हवा के हौसले ज़ंजीर करना चाहता है वो मेरी ख़्वाहिशें तस्वीर करना चाहता है|

किसी दिन प्यास के बारे में

किसी दिन प्यास के बारे में उससे पूछिये… जिसकी कुएँ में बाल्टी रहती है रस्सी टूट जाती है…!

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