तेरी जगह आज भी कोई नही ले सकता खूबी तूजमे नही कमी मुझमें है
Tag: जिंदगी शायरी
फूलों की तरह
हम तो फूलों की तरह अपनी आदत से बेबस हैं। तोडने वाले को भी खुशबू की सजा देते हैं।
तनहाई से नही
तनहाई से नही …. शिकायत तो मुझे उस भीड से हैं … जो तेरी यादो को मिटाने कि कोशिश में होती हैं …..
रंग कितने अजीब है
तकदीर के रंग कितने अजीब है, अनजाने रिश्ते है फिर भी हम सब कितने करीब हैं !
तेरी जगह आज भी
तेरी जगह आज भी कोई नही ले सकता खूबी तूजमे नही कमी मुझमें है
फूलों की तरह
हम तो फूलों की तरह अपनी आदत से बेबस हैं। तोडने वाले को भी खुशबू की सजा देते हैं।
तनहाई से नही
तनहाई से नही …. शिकायत तो मुझे उस भीड से हैं … जो तेरी यादो को मिटाने कि कोशिश में होती हैं …..
रंग कितने अजीब है
तकदीर के रंग कितने अजीब है, अनजाने रिश्ते है फिर भी हम सब कितने करीब हैं !
कहीं इश्क़ ने
वो जो दो पल थे तेरी और मेरी मुस्कान के बीच बस वहीँ कहीं इश्क़ ने जगह बना ली.?
हम को वहम है
उड़ रही है पल – पल ज़िन्दगी रेत सी..!और हम को वहम है कि हम बडे हो रहे हे..!!