मिलने लगे है रोज वो हमसे अजनबी बनकर .. लगता है फिर से मोहब्बत का शौक चढा है…!!.
Tag: जिंदगी शायरी
बिगाड़ देती हैं
नयी हवाओं की सोहबत बिगाड़ देती हैं कबूतरों को खुली छत बिगाड़ देती हैं जो जुर्म करते है इतने बुरे नहीं होते सज़ा न देके अदालत बिगाड़ देती हैं
सभाल लिया है
मन्जिले मुझे छोड़ गयी रास्तों ने सभाल लिया है..!! जा जिन्दगी तेरी जरूरत नहीं मुझे हादसों ने पाल लिया है.
कुछ तो जीते हैं
कुछ तो जीते हैं जन्नत की तमन्ना लेकर कुछ तमन्नायें जीना सिखा देती है हम किसके सहारे जीये ज़िन्दगी रोज एक तमन्ना बढा देती है।
मेरा है मुझमें
अलग दुनिया से हटकर भी कोई दुनिया है मुझमें, फ़क़त रहमत है उसकी और क्या मेरा है मुझमें. मैं अपनी मौज में बहता रहा हूँ सूख कर भी, ख़ुदा ही जानता है कौनसा दरिया है मुझमें. इमारत तो बड़ी है पर कहाँ इसमें रहूँ मैं, न हो जिसमें घुटन वो कौनसा कमरा है मुझमें. दिलासों… Continue reading मेरा है मुझमें
जौर तो ऐ
जौर तो ऐ ‘जोश’ आखिर जौर था, लुत्फ भी उनका सितम ढाता रहा।
अदा-ए-हुस्न
अदा-ए-हुस्न की मासूमियत को कम कर दे.. गुनहगार नज़र को हिजाब आता हे..!
भारत
तूने कहा,सुना हमने अब मन टटोलकर सुन ले तू, सुन ओ आमीर खान,अब कान खोलकर सुन ले तू,” तुमको शायद इस हरकत पे शरम नहीं आने की, तुमने हिम्मत कैसे की जोखिम में हमें बताने की शस्य श्यामला इस धरती के जैसा जग में और नहीं भारत माता की गोदी से प्यारा कोई ठौर नहीं… Continue reading भारत
Dosti Kam Na Ho
Zindgi Gujar Jaye Par…. Dosti Kam Na Ho, Yaad Hame Rakhana, Chahe Paas Ham Na Ho, Qayamat Tak Chalta Rahe Dosti Ka ye Safar, Dua Karo Kabi ye …… RISHTA Khatam Na ho…
अब तो सोने दो
शबे फुरकत का जागा हू फरिशतो अब तो सोने दो.. कर लेना हिसाब फिर कभी आहिस्ता आहिस्ता..!”