माचिस की ज़रूरत यहाँ नहीं पड़ती

माचिस की ज़रूरत यहाँ नहीं पड़ती… यहाँ आदमी आदमी से जलता है…!!

किसी भी पेड़ के कटने का क़िस्सा न होता

किसी भी पेड़ के कटने का आज क़िस्सा न होता, अगर कुल्हाड़ी के पीछे लकड़ी का हिस्सा न होता…!!

जनाब मत पूछिये

जनाब मत पूछिये हद हमारी गुस्ताकियो की… हम आईना जमी पर रखकर आसंमा कुचल देते है

औकात क्या है तेरी

औकात क्या है तेरी, “ए जिँदगी” चार दिन कि मुहोब्बत तुझे तबाह कर देती है…..iii

जिंदगी का सफर कुछ यू तय हुआ

जिंदगी का सफर कुछ यू तय हुआ… की समझ नहीं आता की जिंदगी थी या मुट्ठी में भरी रेत…

ना जाने कौन कौन से

ना जाने कौन कौन से विटामिन और प्रोटीन हैं तुझ में….? जब तक तेरा दीदार न कर लूँ तब तक बैचेनी रहती है

जिन्दा रहो जब तक

जिन्दा रहो जब तक ,लोग कमियां ही निकालते हैं , मरने के बाद जाने कहाँ से इतनी अच्छाइयां ढूंढ लाते है

खुद पे भरोसा है तो खुदा साथ है

खुद पे भरोसा है तो खुदा साथ है अपनो पे भरोसा हे तो दुआ साथ है जिदंगी से हारना मत ऐ दोस्त ज़माना हो ना हो ये दोस्त तेरे साथ है….

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