ए खुदा अगर तेरे पेन की श्याही खत्म है तो मेरा लहू लेले, यू कहानिया अधूरी न लिखा कर
Category: Urdu Shayri
तुझे भी इजाजत है
सब छोड़े जा रहे है आजकल हमें,,,,, ” ऐ जिन्दगी ” तुझे भी इजाजत है,,,, जा ऐश कर…ll
तेरी हो जाए
कभी आग़ोश में यूँ लो की ये रूँह तेरी हो जाए।
छोटे से दिल
इस छोटे से दिल में किस किस को जगह दूँ , गम रहे, दम रहे, फ़रियाद रहे, या तेरी याद रहे..
दिल उसकी याद में
रात भर जलता रहा ये दिल उसकी याद में , समझ नही आता दर्द प्यार करने से होता है या याद करने से …
आज कल हर इंसान
“समझदार” एक मै हूँ बाकि सब “नादान”.. बस इसी भ्रम मे घूम रहा आज कल हर “इंसान”.!!
तरीके बदल जाते है
नसीहतें और दुआए बदलती नहीं है.. देने वाले लोग और तरीके बदल जाते है..
ज्यादा मुश्किल है
ज़ुबान की हिफाज़त….. दौलत से ज्यादा मुश्किल है…
आधा अधूरा इश्क़
ये बुजदिलों की तरह आधा अधूरा इश्क़ हमसे नहीं होता .. . . . हम जब भी करेंगे मोहब्बत बेइन्तहां ही होगी.
अक्सर उन्हीं की
जिनके दिल बहुत अच्छे होते हैं … . . . . . अक्सर उन्हीं की किस्मत खराब होती है ।