रात गुज़र जाती है तेरी यादों में अक्सर,सुबह मसरूफ हो जाते हैं फिर से तुझे भुलाने में!
Category: Shayri-E-Ishq
तुझे महसूस करने को
तड़प रही है सांसे तुझे महसूस करने को…फिजा में खुशबू बनकर बिखर जाओ तो कुछ बात बने |
तूने जिंदगी का
तूने जिंदगी का नाम तो सुना होगा .. . मैने अक्सर तुम्हे इसी नाम से पुकारा है|
मैं उसके लिए
मैं उसके लिए अहम था शायद यही मेरा सबसे बड़ा वहम था|
जब से मैं ने
जब से मैं ने गुफ्तगू मॆ झूठ शामिल कर लिया, मेरी बातो का बुरा अब कोई नही मानता…..
दिल-ए-मासूम
दिल-ए-मासूम पे क़ातिलाना हमले, अपनी आँखों से कहो ज़रा तमीज़ से रहें.. !
अऩजान अपने आप से
अऩजान अपने आप से वह शख्स रह गया, जिसने उम्र गुजार दी औरों की फिक्र में…!!!
जब से छूटा है
जब से छूटा है गांव वो मिट्टी की खुशबू नहीं मिलती, इस भीड़ भरे शहर में अपनों की सी सूरत नहीं मिलती।
भाग्य के दरवाजे
भाग्य के दरवाजे पर सर पीटने से बेहतर है, कर्मों का तूफान पैदा करें, दरवाजे अपने आप खुल जायेंगे।
रह जाती है
रह जाती है कई बातें अक्सर अनकही,शब्दों से जब कट्टी हो जाती है…