खुद को कमजोर ना समझना, खुद की अंदर की ताकत कों पहचानों, फिर जिंदगी की हर जंग में फतेह तुम्हारी ही होंगी….!!
Category: Shayri-E-Ishq
गहरी बातें समझने के लिए
गहरी बातें समझने के लिए गहरा होना जरुरी है, और गहरा वही हो सकता है जिसने गहरी चोटें खायी हो
शायद कुछ दिन और लगेंगे
शायद कुछ दिन और लगेंगे, ज़ख़्मे-दिल के भरने में, जो अक्सर याद आते थे वो कभी-कभी याद आते हैं।
उसने जब फूल को
उसने जब फूल को छुआ होगा होश, खुशबू के उड़ गए होंगे|
सियासत का चलन
की मुहब्बत तो सियासत का चलन छोड़ दिया, हम अगर प्यार ना करते तो हुकूमत करते…
किसी रिश्ते का नाम
प्यार किसी रिश्ते का नाम नहीं है, ये वो रोशनी है जिसमे भगवान दिखाई देते है..
सुना है कि ख़त जला दिया है
सुना है कि ख़त जला दिया है उसने, सुना है कि अब वो राख पढ़ा करती है…
जब कभी भी ख़वाब में
जब कभी भी ख़वाब में सहरा नज़र आया मुझे। तिश्नगी में हमें मेरे मौला बस तेरा चेहरा नज़र आया मुझे।।
लिखता हूँ तो
लिखता हूँ तो बस तुम ही उतरते हो कलम से , पढ़ता हूँ तो लहजा भी तुम और आवाज़ भी तुम|
आईना देख के
आईना देख के, हैरत में न पड़िये साहब; . . . . आप में कुछ नहीं, शीशे में बुराई होगी!