जीने के दिन

खुँशीयॊ ने वादा किया कि वॊ पाँच दिन बाद आएगी, मगर कम्बख्त जिंदगी के कैलेंडर में देखा तॊ जीने के दिन ही चार थे ॥

कितनी ज़ालिम है

ये बारिश भी कितनी ज़ालिम हे जो यूँ ही आकर चली जाती है… .. याद दिलाती है मेरे मेहबूब की.. और भिगोकर मुझे चली जाती है……

इतने क़रीब ना था

मेरे घर से मयखाना इतने क़रीब ना था…!!! दोस्तों… कुछ लोग दूर होते गये और वो पास आ गया…!!!

आइना है ये जिंदगी

आइना है ये जिंदगी मेरे दोस्त ! तू मुस्कुरा जिंदगी भी मुस्कुरा देगी|

Kisiko Bhi Hasati Hai

Duriyaa Aasani Se Mitati Hai “SHARAAB”, Majburiyon Ko Nashe Me Nachati Hai “SHARAAB”…. Aansuwo Ko Mila De Tu Apne Har Ek Jaam ME, Fir Dekh Kaise Yaadon Ko Aur Kareeb Lati Hai “SHARAAB”….. Thake Chuke Hai Jo Is Duniya Ke Sitamo Se, Unhe Do Pal Ki Rahat Dilati Hai “SHARAAB”….. Pankh Laga Ke Aasmaan Me… Continue reading Kisiko Bhi Hasati Hai

मरने के बाद भी

लड़कियों से क्या दोस्ती करना , जो पल भर में छोड़ जाती है , दोस्ती करनी है तो लड़को से करो , जो मरने के बाद भी कंधे पे ले जाते है |

Ishq Ke Baad

Ishq Ke Baad Milta Hai Ek Hi Baar Sukoon Jab Kaha Jata Hai Inna Lillahi Wa’inna Ilaahi Raji’ooon

दिल जीत लिया

कुछ लोगों का दिल जीत लिया आकर इस बरसात ने, और कुछ इस सोच में डूबे हैं कि आज सोयेगें कहाँ ?

अब बस भी कर

अब बस भी कर एे बादल..!!! गलती की मैंने … तुझे अपनी दास्ताँ सुना कर

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