जज़बात पर काबू

जज़बात पर काबू , और वो भी मोहब्बत में… तूफान से कहते हो , चुपचाप गुज़र जाये ।

अजीब कहानी है

अजीब कहानी है इश्क और मोहब्बत की, कि उसे पाया ही नहीं फिर भी खोने से डरता हूँ.

मेरी डायरी के पन्ने

मेरी डायरी के पन्ने बोलते बहुत हैं मै राज छुपाता हूं , ये खोलते बहुत हैं। दिल के शहर का दिल ही, दुश्मन बना मिलता है दिल में रहने वाले दिल तोड़ते बहुत है। वैसे तो लोग प्यार झूठ से करते बहुत है बात दिल दुखाने की हो तो सच बोलते बहुत है। तड़पते है,… Continue reading मेरी डायरी के पन्ने

बदल जाता है

एक तेरे ना होने से बदल जाता है सब कुछ कल धुप भी दीवार पे पूरी नही उतरी-

मैं तबाह हूँ

मैं तबाह हूँ तेरे प्यार में तुझे दूसरों का ख्यालहै….!!! कुछ तो मेरे मसले पर गौर कर मेरी जिन्दगी का सवाल है….!!!

नाज है मुझे

नाज है मुझे मेरे प्यार पर , ना वो बेवफा ना मै बेवफा ….. बस मॉ – बाप के फर्ज ने हमको जुदा किया …….!!

कायम है इश्क

बरसो से कायम है इश्क अपने उसुलो पे.. ये कल भी तकलीफ देता था ये आज भी तकलीफ देता है

वो मेरे पास

वो मेरे पास नहीं मेरे दिल के पास तो है चिराग एक है और दो घरो में जलता हैं

सोने नही देती

लोग अक्सर शोर से उठ जाते है मुझे तो उसकी ख़ामोशी सोने नही देती…………

खुद को इश्क से

वो नकाब लगा कर खुद को इश्क से महफूज समझती रही, नादान इतना नही समझी कि इश्क चेहरे से नही नजरों से शुरू होता है..!!

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