जिन्दगी के बैंक में जब प्रेम का बैलेंस कम हो जाता हैं तब सुख के चैक बाऊंस होते हैं।
Category: Sad Shayri
अपना बना लेते हैं
घर अपना बना लेते हैं, जो दिल में मेरे…… मुझसे वो परिंदे ,कभी उड़ाये नहीं जाते
न हाल पूछा न खैरियत
न हाल पूछा न खैरियत पूछी आज भी उसने हैसियत पूछी…
अब कम लिखता हूँ
हाँ… अब कम लिखता हूँ…. नुमाइश गम की हो या जख्म की, अच्छी नहीं होती…
फ़साना लगता है
वैसे ही दिन,वैसी ही रातें,वही रोज़ का फ़साना लगता है… अभी चार दिन नहीं गुजरे,साल अभी से पुराना लगता है…
तू अन्धा है
ऐ इश्क मै सुना था कि तू अन्धा है .. फ़िर रास्ता मेरे दिल का बताया किसने
शायर के घर
एक शायर के घर चोरी हुई, कोई अल्फ़ाज़ चुरा के ले गया….
चंद सिक्को की मजबूरी
चंद सिक्को की मजबूरी ही है जो खुद के बच्चो को भूखा छोड़ के एक माँ…. अपनी मालकिन के बच्चों को रोज खिलाने जाती है|
Rooh Ka Zewar
MOHABBAT Rooh Ka Zewar Pehen Le Jo Nikhar Jaaye, Wafa Bhi Ho Agar Shaamil To Bikhra DIL Sanwar Jaaye
Main Chahta Hoon
Main Chahta Hoon, Tujhe Younhi Umar Bhar Dekhoon Koi Talab Na Ho Dil Mein, Teri Talab K Siwa…!!!