अंधेरों में अक्सर

दिन में सबको खुश करने वाले, रात को अंधेरों में अक्सर टूट जाया करते है !

रूठना मत कभी हमसे

रूठना मत कभी हमसे, मना नही पायेंगे, तेरी वो कीमत है मेरी जिंदगी में, कि शायद हम अदा नहीं कर पायेंगे…

कोई सिसक उठता होगा

कोई सिसक उठता होगा, किसी की आँख भर आती होगी.. इतना तो यकीन है मेरी शायरी दिल चीर के निकल जाती होगी…

मैं उस किस्मत का

मैं उस किस्मत का सबसे पसंदीदा खिलौना हूँ, वो रोज़ जोड़ती है मुझे फिर से तोड़ने के लिए|

मोहब्बत का कोई रंग

मोहब्बत का कोई रंग नहीं फिर भी वो रंगीन है, प्यार का कोई चेहरा नहीं फिर भी वो हसीन है।

जीत रहा हूँ

जीत रहा हूँ लाखो लोगो का दिल ये शायरी करके लेकिन लोगो को क्या पता अंदर से कितना अकेला हूँ|

उतने तो लम्हे भी

उतने तो लम्हे भी नही बिताए … मैने सग तेरे ……. जितनी रातो की. नीद ले गये हो तुम छीन के|

हौसले के तरकश में

हौसले के तरकश में, कोशिश का वो तीर ज़िंदा रखो.. हार जाओ चाहे जिन्दगी मे सब कुछ, मगर फिर से जीतने की उम्मीद जिन्दा रखो!

ये जरूरी नहीं

ये जरूरी नहीं, कोई रिश्ता हो आप से। सुकूं देता है, आपका नज़रों में रहना भी।

तकलीफ ये नहीं की

तकलीफ ये नहीं की किस्मत ने मुझे धोखा दिया, मेरा यकीन तुम पर था, किस्मत पर नहीं !!

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