बन्द कर देता है “आँखे” अक्ल कि.. ” इश्क” जब वारदात करता है…!!
Category: Sad Bewafa Shayri
दुश्मनों के खेमें में
दुश्मनों के खेमें में चल रही थी मेरे क़त्ल की साज़िश मैं पहुंचा तो वो बोले “यार तेरी उम्र बहुत लंबी हैं”
एक आँसू कोरे काग़ज़ पर
एक आँसू कोरे काग़ज़ पर गिरा और, अधूरा ख़त मुक्कमल हो गया !!!
अलविदा कहने में
अलविदा कहने में उसने जिंदगी का एक पल खोया…. हमने एक पल में पूरी जिंदगी खो दी|
न ख़ुशी अच्छी है
न ख़ुशी अच्छी है ऐ दिल, न मलाल अच्छा है, यार जिस हाल में रखे, वही हाल अच्छा है।
बस मुस्करा दो
बस मुस्करा दो, तबियत ख़ुश हो जाती है मेरी; सारे शहर में ढूँढ लिया, हकीम तुम सा नहीं
कुछ न कुछ
कुछ न कुछ तो है उदासी का सबब… अब मान भी जाओ की याद आते है..हम…
मेरे ख्वाब में आना…
कुछ,अधूरी बातें..पूरी करनी है, तुम ,आज फिर मेरे ख्वाब में आना…
मत कर हिसाब
मत कर हिसाब तू मेरी मोहब्बत का. वरना.. ब्याज में ही तेरी जिन्दगी गुजर जाएगी…
आँखे तक निचोड़ कर
आँखे तक निचोड़ कर पी गए… तेरे गम भी न, कितने प्यासे थे…