रूठना मत कभी

रूठना मत कभी हमसे मना नही पायेंगे….. तेरी वो कीमत है मेरी जिंदगी में कि शायद हम अदा नहीं कर पायेंगे…

मोहब्बत की तलाश

मोहब्बत की तलाश मैं निकले हो तुम अरे ओ पागल… मोहब्बत खुद तलाश करती है, जिसे बर्बाद करना हो…

मैं इतनी छोटी कहानी भी

मैं इतनी छोटी कहानी भी न था, तुम्हें ही जल्दी थी किताब बदलने की|

ये सच है की

ये सच है की वो मेरी जिंदगी है, और ये भी तो सच है की जिंदगी का कोई भरोसा नहीं !!

काश पता चल जाये

काश पता चल जाये उनको मैं भी उनका एक पता हूँ।।

बुरा हो वक्त

बुरा हो वक्त तो सब आजमाने लगते हैं, बड़ो को छोटे भी आंखे दखाने लगते हैं, अमीर के घर भूल कर भी मत जाना, हर एक चीज की कीमत बताने लगते है।

ना जाने किसका

ना जाने किसका मुकद्दर संवरने वाला है…! वो एक किताब मे चिट्ठी छुपा के निकली है…

मोहब्बत की आजमाइश

मोहब्बत की आजमाइश दे दे कर थक गया हूँ ऐ खुदा;किस्मत मेँ कोई ऐसा लिख दे, जो मौत तक वफा करे..

तुम मुझे फरेब दो

तुम मुझे फरेब दो और मैं प्यार समझूं उसे अब इतना सादगी का ज़माना नहीं रहा…

काग़ज़ पे तो

काग़ज़ पे तो अदालत चलती है.. हमने तो तेरी आँखो के फैसले मंजूर किये।

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