चलो तोड़ते हैं

चलो तोड़ते हैं आज मोहब्बत के सारे के उसूल अपने,अब से बेवफाई और दगाबाज़ी दोनों हम करेंगे!

यूँ तो मशहूर हैं

यूँ तो मशहूर हैं अधूरी मोहब्बत के, किस्से बहुत से……………!! मुझे अपनी मोहब्बत पूरी करके, नई कहानी लिखनी

तेरा अक्सर यूँ भूल जाना

तेरा अक्सर यूँ भूल जाना मुझको अगर दिल ना दिया होता तो तेरी जान ले लेते…!!

तेरे नाम से

तेरे नाम से ही जाना जाता हु मैं न जाने ये शोहरत है या बदनामी।।

रूह तेरे जिस्म में

उठाइये हम अपनी रूह तेरे जिस्म में छोड़ आए फ़राज़ तुझे गले से लगाना तो एक बहाना था

परवाह दिल से

परवाह दिल से की जाती है, दिमाग से तो बस इस्तमाल होता है.

खामोश सा माहोल

खामोश सा माहोल और बैचन सी करवट हैं,ना आँख लग रही हैं, ना रात कट रही हैं…

क्यों बनाते हो

क्यों बनाते हो गजल मेरे अहसासों की मुझे आज भी जरुरत है तेरी सांसो की|

अब ये न पूछना

अब ये न पूछना कि ये अल्फ़ाज़ कहाँ से लाता हूँ… . कुछ चुराता हूँ दर्द दूसरों के कुछ अपनी सुनाता हूँ..!!

इनकार की वजह

तेरे इनकार की वजह बता दे बस……..! कसम तेरी.. ज़िन्दगी लुटा दूँगा उसे सुधारने में..

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