मेरे लिये ना सही

मेरे लिये ना सही इनके लिये आ जाओ …….. तेरा बेपनाह इन्तजार करती हैं आँखें ….

कुछ बाते उससे

कुछ बाते उससे छुपायीं थी … और कुछ कागज़ों को बतायीं थी …

मुझे ऐसा मरना है

मुझे ऐसा मरना है जैसे, लिखते लिखते स्याही खत्म हो जाये…

गम बिछड़ने का

गम बिछड़ने का नहीं करते खानाबदोश ,वो तो वीराने बसाने का हुनर जानते हैं…….

ज़िन्दगी के मायने तो

ज़िन्दगी के मायने तो याद तुमको रह जायेंगे , अपनी कामयाबी में कुछ कमी भी रहने दो….

आने लगा हयात को

आने लगा हयात को अंजाम का खयाल, जब आरजूएं फैलकर इक दाम बन गईं।

ढूँढ़ा है अगर

ढूँढ़ा है अगर जख्मे-तमन्ना ने मुदावा, इक नर्गिसे-बीमार की याद आ ही गई है।

तुम आँख कि बरसात

तुम आँख कि बरसात बचाए हुए रखना…. कुछ लोग अभी….आग लगाना नही भुले

मुस्कुरा के चल दिये॥

दिल के टुकड़े टुकड़े करके, मुस्कुरा के चल दिये॥

दिल के सच्चे कुछ

दिल के सच्चे कुछ एहसास लिखते है, मामूली शब्दों में ही सही,कुछ खास लिखते हैं|

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