मुझे देख के

मुझे देख के न मुस्कुरा ज़रा मुस्कुरा के देख ले

आ जाते हैं

आ जाते हैं वो भी रोज ख्बाबो मे, जो कहते हैं हम तो कही जाते ही नही

एक ताबीर की

एक ताबीर की सूरत नज़र आई है इधर सो उठा लाया हूँ सब ख़्वाब पुराने वाले

इतनी‬ सी है गुजारिश

आँखों‬ में तेरा सपना,‪ दिल‬ में तेरी ख्वाहिश,‪ बस‬ हमेशा यूँ ही साथ रहना, ‪ इतनी‬ सी है गुजारिश !

दूरियाँ अब बढ़ रही हैं

सबूतों की ज़रूरत पड़ रही है, यक़ीनन दूरियाँ अब बढ़ रही हैं..

बदल गया वक़्त

बदल गया वक़्त बदल गयी बातें बदल गयी मोहब्बत कुछ नहीं बदला तो वो है इन आँखों की नमी और तेरी कमी !!

अब बंद कर दिया है

अब बंद कर दिया है जज़्बाते-बयां हमने भी… क्योंकि झूंठ हमसे बोला नही और सच वो समझते नही….

तुमने देखा ही कहाँ

तुम ना लगा पाओगे अंदाजा मेरी तबाही का…, तुमने देखा ही कहाँ है…मुझे शाम होने के बाद…।

हर दिल से खेलती है

वो बेईमान नेता सी है, हर दिल से खेलती है, मै भोली जनता सा हूँ, हर बार उसीको चुनता हुं!!

एक बार महबूब

सालो साल बातचीत से उतना सुकून नही मिलता, जितना एक बार महबूब के गले लग कर मिलता है….!!

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