मेरे टूटने का

मेरे टूटने का जिम्मेदार मेरा जौहरी ही है, उसी की ये जिद थी अभी और तराशा जाय…

जो वक़्त पे

जो वक़्त पे रिप्लाई नही देते, वो वक़्त पे साथ क्या देंगे।।

भूल ही गये होंगे

भूल ही गये होंगे वो मुझे, वरना इतने दिन तक कोई नाराज़ तो नहीँ रहता।।

तुम्हे खो के ही तो समझ में

तुम्हे खो के ही तो समझ में आया, क्या हमको पाना था जो ना पाया।।

कुछ तो बात होगी

कुछ तो बात होगी बुरे लोगो में, यूँ ही खुदा उन्हें इतनी बरकत नही देता।।

चले जाने दो

चले जाने दो उसे किसी ओर कि बाहों मे, इतनी चाहत के बाद जो मेरा ना हुआ वो किसी ओर का क्या होगा।।

इश्क तुझ से

इश्क तुझ से बुरा नहीं कोई, हर भले का बुरा किया है तूने।।

तडप तो कुछ भी नहीं है

मेरी तडप तो कुछ भी नहीं है , सुना है उसके दीदार को तो आईने भी तरसते है ।

मैं इस काबिल तो नही

मैं इस काबिल तो नही ,कि कोई अपना समझे… पर इतना यकीन है… कोई अफसोस जरूर करेगा;मुझे खो देने के बाद !!

इस जहां में

इस जहां में कब किसी का दर्द अपनाते हैं लोग , रुख हवा का देख कर अक्सर बदल जाते हैं लोग|

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