अब कहां दुआओं में

अब कहां दुआओं में वो बरकतें,…वो नसीहतें …वो हिदायतें, अब तो बस जरूरतों का जुलुस हैं …मतलबों के सलाम हैं

तुम्हारी बेरुख़ी ने

तुम्हारी बेरुख़ी ने लाज रख ली बादाख़ाने की, तुम आँखों से पिला देते तो पैमाने कहाँ जाते !!

ये सर्द शामे

ये सर्द शामे भी किस कदर जालिम हैं, बेशक सर्द हैं फिर भी इनमें दिल सुलगता है|

जागना भी कुबूल है

जागना भी कुबूल है तेरी यादों में रातभर, तेरे अहेसासों में जो सुकून है वो नींद में कहाँ !!

पता है तुम्हारी

पता है तुम्हारी और मेरी, मुस्कान मे क्या फर्क है , तुम खुस होकर मुस्कुराते हो, हम तुम्हे खुस देखकर मुस्कुराते है..

एक वक़्त था

एक वक़्त था के वक़्त ही वक़्त था अब वक़्त है वक़्त ही नहीं मिलता।

दिल समझे थे

दिल समझे थे जिसे हम वो कमबख़्त… गोश्त का धड़कता टुकड़ा निकला|

बताओ और क्या

बताओ और क्या तब्दील करूं मैं खुद को… कशमकश को कश में बदल दिया मैंने…

जिंदगी में प्यार

जिंदगी में प्यार क्या होता है वो उस शख्स से पूछो, जिसने दिल टूटने के बाद भी इंतजार किया हो !!

अजीब सबूत माँगा

अजीब सबूत माँगा उसने मेरी मोहब्बत का, कि मुझे भूल जाओ तो मानूँ मोहब्बत है!

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