कहानी ख़त्म हुई और ऐसी ख़त्म हुई…कि लोग रोने लगे तालियाँ बजाते हुए..
Category: हिंदी शायरी
गया वो वक़्त जब
गया वो वक़्त जब परियों की कहानी हमें सुला देती थी अब एक परी का किस्सा हमें सोने नहीं देता रात भर…
कोई उन्हें भी नौकरी दे
कोई उन्हें भी नौकरी दे दो दिल तोडने की डिग्री है उनके पास…
उम्मीदों के ताले पड़े
उम्मीदों के ताले पड़े के पड़े रह गए,तिज़ोरी उम्र की, ना जाने कब ख़ाली हो गई !!
संदेशा प्रेम का
संदेशा प्रेम का देता फिरता है वो घर दिलों में सभी के ही बना देता है!
इतनी चाहत से
इतनी चाहत से न देखो भरी महफ़िल में मुझे वो हरेक बात का अफसाना बना देता है!
मुश्किलें आयीं मगर
मुश्किलें आयीं मगर लौट गयीं उलटे पाँव कोई ऐसा भी है जो मुझको दुआ देता है!
अपने रिश्ते में
अपने रिश्ते में कभी शक़ को न आने देना ये बिना आग ही घर बार जला देता है!
सिर्फ पछतावे के
सिर्फ पछतावे के कुछ हाथ नहीं है आता वक़्त बेकार में जो अपना गँवा देता है!
बात हुई थी
बात हुई थी समंदर के किनारे किनारे चलने की बातों बातों में निगाहों के समंदर में डूब गयी