क्या मिलेगा दिलों में नफ़रत रख कर बड़ी मुख्तसर सी ज़िंदगी है मुस्कुरा के मिला करो|
Category: हिंदी शायरी
मुझको मेरे वजूद
मुझको मेरे वजूद की हद तक न जानिए , बेहद हूँ, बेहिसाब हूँ, बेइन्तहा हूँ मैं …!!
कहीं इश्क़ ने
वो जो दो पल थे तेरी और मेरी मुस्कान के बीच बस वहीँ कहीं इश्क़ ने जगह बना ली.?
अफवाह उड़ाई थी
मैंने अपनी मौत की अफवाह उड़ाई थी, दुश्मन भी कह उठे आदमी अच्छा था…!!!
खास हूनर रखते है
वो भी अपने होठो पे इक खास हूनर रखते है दिल तोड के कह देते है कि आखिर हुआ क्या है…!!
लड़ता आया हूँ
बस यही सोच कर हर मुश्किलो से लड़ता आया हूँ.. धूप कितनी भी तेज़ हो समन्दर नहीं सूखा करते..!!!
मुश्किलें तमाम है
जिन्दगी में मुश्किलें तमाम है, फिर भी इन होठों पे मुस्कान है, जीना जब हर हाल में है तो, फिर मुस्कुराकर जीने में क्या नुकसान है !!
खास हूनर रखते है
वो भी अपने होठो पे इक खास हूनर रखते है, दिल तोड के कह देते है कि आखिर हुआ क्या है…!!
बसेरा है तेरे शहर मेँ
अजीब लोगोँ का बसेरा है तेरे शहर मेँ, गुरूर मेँ मिट जाते हैँ मगर याद नहीँ करते…
ठंडी नही होती
रोटी किसी माँ की कभी ठंडी नही होती। मैने फुटपाथो पर भी,जलते चूल्हे देखे है।