बस यही सोच कर हर मुश्किलो से लड़ता आया हूँ..
धूप कितनी भी तेज़ हो समन्दर नहीं सूखा करते..!!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
बस यही सोच कर हर मुश्किलो से लड़ता आया हूँ..
धूप कितनी भी तेज़ हो समन्दर नहीं सूखा करते..!!!