तुम थक तो नहीं जाओगे इन्तजार में तब तक .? मैं मांग के आऊं खुदा से तुमको जब तक ..
Category: व्यंग्य शायरी
इंसान बनने की फुर्सत
इंसान बनने की फुर्सत ही नहीं मिलती, आदमी मसरूफ है इतना, ख़ुदा बनने में…
सुकुन और एक तुम
एक तो सुकुन और एक तुम, कहाँ रहते हो आजकल ?? मिलते ही नही
आँख भर आयीं तुम्हारी ..
आँख भर आयीं तुम्हारी .. क्यों मुझे देख कर …. भला पत्थर भी रोते हैं कभी शीशे के ज़ख़्मों पर
चोरी न करें
चोरी न करें,झूठ न बोलें तो क्या करें चूल्हे पे क्या उसूल पकाएंगे शाम को…
मेरी झोली में
मेरी झोली में कुछ अल्फाज अपनी दुआओं के डाल दे ऐ दोस्त, क्या पता तेरे लब हिलें,और मेरी तक़दीर संवर जाये…!!!
लोगो ने कुछ दिया
लोगो ने कुछ दिया, तो सुनाया भी बहुत कुछ !! ऐ खुदा… एक तेरा ही दर है, जहा कभी ताना नहीं मिला ..
सजदों में भीगती है
सजदों में भीगती है जिनकी आखे वो लोग छोटी बातो पर रोया नहीं करते |
अजीब हैं इस दुनिया का
अजीब हैं इस दुनिया का दस्तूर… लोग इतनी जल्दी बात नहीं मानते, जितनी जल्दी बुरा मान जाते हैं..!
इंसान बनने की फुर्सत
इंसान बनने की फुर्सत ही नहीं मिलती, आदमी मसरूफ है इतना, ख़ुदा बनने में…