जब मुझे यकीन है के भगवान मेरे साथ है तो इस से कोई फर्क नहीं पड़ता के कौन कौन मेरे खिलाफ है।।” तजुर्बे ने एक बात सिखाई है… एक नया दर्द ही… पुराने दर्द की दवाई है…! हंसने की इच्छा ना हो… तो भी हसना पड़ता है… कोई जब पूछे कैसे हो…?? तो मजे में… Continue reading भगवान मेरे साथ है
Category: दर्द शायरी
मुहब्बत कर ली है
फिजाये जब झूमती है , ऐसा लगता है तुमने मुझ पर इनायत कर दी है । प्रीत में तुम्हारे सजते है ,तो ऐसा लगता है …. तुमसे मुहब्बत कर ली है । तेरा नशा इस कदर रच बस सा गया है … मेरी रूह में , ऐ हमदम ! नाम तुम्हारा लेते है तो ,ऐसा… Continue reading मुहब्बत कर ली है
काश तुम भी
काश तुम भी हो जाओ तुम्हारी यादों की तरह. ना वक़्त देखो, ना बहाना, बस चले आओ…
दिल टूट जाता है
हुस्न वालों का वजन ही इतना होता है कि दिल में बैठाते ही दिल टूट जाता है |
न जाने कब
न जाने कब खर्च हो गये , पता ही न चला….! . . . वो लम्हे , जो छुपाकर रखे थे “जीने के लिए”…!!
ये उम्मीद नही थी.
मुझे किसी के बदल जाने का गम नही है, बस कोई था जिससे ये उम्मीद नही थी..!!
मर्यादा तोड़े तो
पानी मर्यादा तोड़े तो “विनाश” “और” वाणी मर्यादा तोड़े तो “सर्वनाश”
मीठा बोलने वाले
मीठा शहद बनाने वाली मधुमक्खी भी डंख मारने से नहीं चुकती इसलिए होंशियार रहें… बहुत मीठा बोलने वाले भी ‘हनी’ नहीं ‘हानि’ दे सकते है
बिछड़ गयी ज़िन्दगी
वो मुझ से बिछड़ी तोह बिछड़ गयी ज़िन्दगी मुझसे, मैं ज़िंदा तो रहा मगर जिन्दो में ना रहा………….
बन के तुम मेरे
बन के तुम मेरे मुझको मुक्कमल करदो, … अधूरे अधूरे तो अब, हम खुद को भी अच्छे नही लगते ।