तू मुझे गुनहगार साबित करने की ज़हमत ना उठा, बस ये बता, क्या-क्या कुबूल करना है…!!
Category: जिंदगी शायरी
कैसे करें हम खुद को
कैसे करें हम खुद को तेरे प्यार के क़ाबिल! जब हम आदतें बदलते हैं,तो तुम शर्तें बदल देते हो|
शर्म नहीं आती उदासी को
शर्म नहीं आती उदासी को जरा भी, मुद्दतों से मेरे घर की महेमान बनी हुई है ….!!!!
मोहब्बत में नहीं रहा
मोहब्बत में नहीं रहा तन्हा कभी कोई… किसी को इश्क मिल गया…. किसी को अश्क मिल गए…
उसे कहना बिछडने से
उसे कहना बिछडने से, मोहब्बत तो नहीं मरती
तुम्हारा हर अंदाज़
तुम्हारा हर अंदाज़ अच्छा है ! सिवाय नज़र अंदाज़ करने के !!
रिश्ता दिल का होना चाहिए
रिश्ता दिल का होना चाहिए जनाब ख़ून के रिश्ते हमने वृद्धाश्रम में देखे हैं|
क्यों एक दुआ में
क्यों एक दुआ में अटक के रह गया है दिल, क्यों तेरे सिवा कुछ और माँगा नही जाता|
तुम मिली तो ऐसा लगा
तुम मिली तो ऐसा लगा कि पूरी दुनिया को पा लिया… जब तुम जुदा हुईं मुझसे, तो ऐसा लगा किसी ने मेरा दिल ही निकाल लिया|
मेरी आँखों में
मेरी आँखों में पढ़ लेते हैं, लोग तेरे इश्क़ की आयतें… किसी में इतना भी बस जाना अच्छा नहीं होता|