भले ही मुजे देखकर कुछ बोलती नही मगर….. सोचती तो होगी कि आ गया मेरा आशिक..!!
Category: शर्म शायरी
दिलों में खोट है
दिलों में खोट है जुबा से प्यार करते हैं, बहुत से लोग दुनिया में सिर्फ यही व्यापार करते हैं
आज फिर से
कल के दिन सभी भारतीय थे … आज फिर से अपने अपने धर्म में चले गए ….. कडवा सच
इश्क होता तो
मै तो तेरे एहसास से ही महक गया… खुदा जाने इश्क होता तो क्या होता…
रात की झील
रात की झील में गोते लगाने चल दिए थे तुम थी, मैं था, और एक जगमगाती कश्ती थी !
मुहोब्बत करोगे तो
नफरत करोगे तो अधुरा किस्सा हूँ मैं.. मुहोब्बत करोगे तो तुम्हारा ही हिस्सा हूँ मैं..
बन के तुम मेरे
बन के तुम मेरे मुझको मुक्कमल करदो, … अधूरे अधूरे तो अब, हम खुद को भी अच्छे नही लगते ।
लिखा करती थी
दोनों की पहली चाहत थी ,दोनों टूट के मिला करते थे, वो वादे लिखा करती थी ,में कसमे लिखा करता था ।।
सुकून मिलता है
सुकून मिलता है दो लफ्ज कागज पर उतार कर… . चीख भी लेता हू….और आवाज भी नही होती।
दौलत तो साथ
बस दुआएँ बटोरनें आया हूँ, माँ ने कहा, . दौलत तो साथ जाती नहीं”..