उनकी गहरी नींद का मंजर कितना हसीं होता होगा….. तकिया कहीं,जुल्फें कहीं और वो खुद कहीं।।
Category: वक़्त शायरी
हमसे मोहब्बत का दिखावा
हमसे मोहब्बत का दिखावा न किया कर… हमे मालुम है तेरे वफा की डिगरी फर्जी है
एहसासों की नमी
एहसासों की नमी होना जरुरी है हर रिश्ते में….. रेत सूखी हो तो हाथों से फिसल जाती है…..
हाथ की लकीरें
हाथ की लकीरें सिर्फ सजावट बयाँ करती है, किस्मत अगर मालूम होती तो मेहनत कौन करता।
इन्तेजार तो अब किसी का
इन्तेजार तो अब किसी का भी नहीं है, फिर जाने क्यूँ पलटकर देखने की आदत नहीं गई…
दिल न मिल पाए
दिल न मिल पाए अगर आंख बचा कर चल दो, बेसबब हाथ मिलाने की जरुरत क्या है?
हँसते रहो तो
हँसते रहो तो दुनिया साथ है, आँसुओ को तो आँखों में भी जगह नहीं मिलती ।
दिल तुम्हारी तरफ
दिल तुम्हारी तरफ कुछ यूँ झुका सा जाता है.. किसी बेइमान बनिए का तराज़ू हो जैसा..
गुमान न कर
गुमान न कर अपनी खुश नसीबी का.. खुदा ने गर चाहा तो तुझे भी इश्क़ होगा..
ये ना समझना कि
ये ना समझना कि खुशियो के ही तलबगार है हम.. तुम अगर अश्क भी बेचो तो उसके भी खरीदार है हम..