छोङो ना यार

छोङो ना यार , क्या रखा है सुनने और सुनाने मेँ किसी ने कसर नहीँ छोङी दिल दुखाने मेँ ..

क्या ऐसा नहीँ हो सकता

क्या ऐसा नहीँ हो सकता की हम प्यार मांगे, और तुम गले लगा के कहो… और कुछ….??

चाँदनी बनने की

चाँदनी बनने की ख़्वाहिश.. हर किसी की है, हमारी तलब.. तुम्हारी ख़ामोश तन्हाई है..!! एक तन्हा रात का ख़त .. चाँद के नाम!

सुना है आज

सुना है आज उनकी आँखों आँशु आ गए। वो बच्चों को लिखना सिखा रही थी.. कि मोहब्बत ऐसे लिखते है।

अजीब खेल है

अजीब खेल है इस मोहब्बत का, किसी को हम न मिले और न कोई हमे मिला।

मोत से तो दुनिया मरती हैं

मोत से तो दुनिया मरती हैं आशीक तो बस प्यार से ही मर जाता हैं|

कुछ लोग आए थे

कुछ लोग आए थे मेरा दुख बाँटने मैं जब खुश हुआ तो खफा होकर चल दिये|

फ़रेब होता तो

इश्क …था इसलिए सिर्फ तुझ से किया. .. फ़रेब होता तो सबसे किया होता

हम तो पागल हैं

हम तो पागल हैं शौक़-ए-शायरी के नाम पर ही दिल की बात कह जाते हैं और कई इन्सान गीता पर हाथ रख कर भी सच नहीं कह पाते है…

उम्र भर के

उम्र भर के आंसू ज़िन्दगी भर का ग़म, मोहब्बत के बाज़ार में बहुत महंगे बिके हम !!

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