Ishq ke mayne hamse mat puchho, Hum abhi iss se anjaan hain. Sirf ek gujarish hai ki dur na jana, Kyonki ishq hi hamari jaan hai.
Category: दोस्ती शायरी
Apni surat ka kabhi
Apni surat ka kabhi didar de, Tadap raha hun kabhi apna pyar de. Ek baar muskuara de mere liye, Fir sanam mujhe jaan se mar de.
काश कोई तो पैमाना होता
काश कोई तो पैमाना होता मोहब्बत नापने का.. तो शान से आते हम तेरे सामने सबुत के साथ..
बचपन मे बाबा के जूते पहन
बचपन मे बाबा के जूते पहन, बडा होने को मचलता था.!”…. साहेबान….. आज महसूस करता हूं कि वो ख्वाहिश कितनी नाजायज थी.
दिल टूटने पर भी जो शख्स
दिल टूटने पर भी जो शख्स आपसे शिकायत तक न करे,, “”उससे ज्यादा मोहब्बत आपको कोई और नहीं कर सकता…!!
बिमार की चाहत है
बिमार की चाहत है, जख्म के भरने की। जख्म की ख्वाहिश है, बिमार के मरने की॥ दोनो भी जुनून से, खेल रहे जुआ। मसल देगी तकदीर को, आपकी दुआ॥
किस्मत वालो को ही
किस्मत वालो को ही मिलती हे पनाह दोस्तों के दिल में। यू ही हर शख्स जन्नत का हक़दार नही होता
जिंदगी तो अपने ही तरीके से
जिंदगी तो अपने ही तरीके से चलती है…. औरों के सहारे तो जनाज़े उठा करते हैं। सुबहे होती है , शाम होती है उम्र यू ही तमाम होती है । कोई रो कर दिल बहलाता है और कोई हँस कर दर्द छुपाता है. क्या करामात है कुदरत की, ज़िंदा इंसान पानी में डूब जाता है… Continue reading जिंदगी तो अपने ही तरीके से
बर्ताव दोस्ती की हद से
बर्ताव दोस्ती की हद से गुजर गए हैं। या तुम बदल गए हो या हम बदल गए हैं
जिन्दगी की दौड़ में, तजुर्बा कच्चा ही रह गया,
जिन्दगी की दौड़ में, तजुर्बा कच्चा ही रह गया, हम सिख न पाये ‘फरेब’ और दिल बच्चा ही रह गया !