हाथों की सफाई है

ज़मूरे ने कहा-सारा तमाशा पेट की खातिर कोई जादू नहीं है सिर्फ हाथों की सफाई है

एक किश्त ज़िन्दगी

एक किश्त ज़िन्दगी की और भर दी है आज.. एक खाता मौत का बस खुलवाना बाकी है..

मेरी कमजोरी मत समझना

मेरी नरमी को मेरी कमजोरी मत समझना ए _नादान सर झुका के चलता हु तो सिर्फ़ अल्लाह के ख़ौफ़ से

दर्द का रिश्ता

बड़ा है दर्द का रिश्ता, ये दिल ग़रीब सही तुम्हारे नाम पे आयेंगे ग़मगुसार चले चले भी आओ… हुज़ूर-ए-यार हुई दफ़्तर-ए-जुनूँ की तलब गिरह में लेके गरेबाँ का तार तार चले चले भी आओ… गुलों में रंग भरे, बाद-ए-नौबहार चले चले भी आओ कि गुलशन का कारोबार चले क़फ़स उदास है यारों, सबा से कुछ… Continue reading दर्द का रिश्ता

मैं फिर से

मैं फिर से निकलूँगा तलाशने को मेरी जिंदगी में खुशियाँ यारो दुआ करना इस बार किसी से मोहब्बत न हो..!!

सूरज ढला तो

सूरज ढला तो कद से ऊँचे हो गए साये. कभी पैरों से रौंदी थी यहीँ परछाइयां हमने।

आंधी भी कभी

कभी तिनके कभी पत्ते कभी खुंश्बू उडा लाई, हमारे घर तो आंधी भी कभी तनहा नहीं आई

माना के प्यार

माना के प्यार ख़रीदा नहीं जाता दोस्तों, लेकिन उसकी कीमत जरुर चुकानी पड़ती है.

धोखा मिला जब

धोखा मिला जब प्यार में; ज़िंदगी में उदासी छा गयी; सोचा था छोड़ दें इस राह को; कम्बख़त मोहल्ले में दूसरी आ गयी!

हर गुनाह कबूल है

हर गुनाह कबूल है हमें, बस सजा देने वाला बेवफा न हो

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