दिसंबर करीब है

उदास शामें, तनहा रातें, दिल की हालत अजीब है… … सुनों… लौट आओ मेरे हमदम, दिसंबर करीब है…!!!

की थी मैंने मोहब्बत से तौबा

आज फिर की थी मैंने मोहब्बत से तौबा, आज फिर उनकी तस्वीर देख कर नियत बदल गई।

ख़ुदा के नाम पे

ख़ुदा के नाम पे जिस तरह लोग मर रहे हैं, दुआ करो कि अकेला ख़ुदा ना रह जाए….!!

जिन्दगी की दौड़ में, तजुर्बा कच्चा ही रह गया,

जिन्दगी की दौड़ में, तजुर्बा कच्चा ही रह गया, हम सिख न पाये ‘फरेब’ और दिल बच्चा ही रह गया !

भले ही कोशिशें करो समझदार बनने की

भले ही कोशिशें करो समझदार बनने की लेकिन खुशियाँ बेवकूफियों से ही मिलेगी…

आँखे कितनी भी छोटी क्यों ना हो

आँखे कितनी भी छोटी क्यों ना हो , ताकत तो उसमे सारे आसमान देखने की होती है ..

खुशियां तो तकदीरो में होनी चाहिए

खुशियां तो तकदीरो में होनी चाहिए तस्वीरो में तो हर कोई मुस्कुराता है !!

Don’t promise to always be there for someone

Don’t promise to always  be there for someone, and then leave when they need you the most.

बारिश में भी “आरक्षण” होना चाहिए

बारिश में भी “आरक्षण” होना चाहिए। जनरल के घर 9 इंच OBC के घर 18 इंच ST SC के यहाँ 36 इंच नेता के घर बादल फट जाय।।।

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