हो सके तो

हो सके तो अब कोई सौदा न करना, मैं पिछली मोहब्बत में सब हार आया हूँ..

है कोई जो

है कोई जो करेगा रफूगरी मेरी, इश्क खा गया है, जगह जगह से मुझे..

ख्वाब मत बना

ख्वाब मत बना मुझे, सच नहीं होते, साया बना लो मुझे, साथ नहीं छोडेंगे..

कहा से लाए

कहा से लाए हम अपनी बेगुनाहों का सबूत, दिल दिमाग़ नज़र सब तो तुम्हारी केद में हे..

समन्दर भी हैरान था

समन्दर भी हैरान था, हमें डूबते देखकर, की कैसा शख्स है किसी को पुकारा तक नही..

अब जो हिचकियाँ

अब जो हिचकियाँ आयें तो पानी पी लेते हैं, ये वहम छोड़ दिया है के हमें कोई याद करता है..

बोल दिया होता

बोल दिया होता तुम्हे दर्द ही देना है, ऐ जिंदिगी, मोहब्बत को बीच मे लाने की ज़रूरत क्या थी..

कसूर नहीं इसमें

कसूर नहीं इसमें कुछ भी तुम्हारा, हमारी चाहत ही इतनी थी कि तुम्हे गुरूर आ गया..

उन आँखो की

उन आँखो की दो बुंदो से समुन्दर भी हारे होंगे, जब मेहंदी वाली हाथों ने मंगलसूञ उतारे होंगे..

दिल टुटने पर

दिल टुटने पर भी जो शख्स आपसे शिकायत तक न करे, उससे ज्यादा मोहब्बत आपको कोई और नहीं कर सकता..

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