रह रह के ताजा

रह रह के ताजा हो जाते हैं जख्म , हवा भी मजाक करती है खिड़कियों के सहारे…

दिल की कीमत

दिल की कीमत तो मुहब्बत के सिवा कुछ ना थी… जितने भी मिले सूरत के खरीद्दार मिले…

अजीब होती हैं

अजीब होती हैं मोहब्बत की राहें भी … रास्ता कोई बदलता है .., मंज़िल किसी और की खो जाती है ..

तू लाख दुआ कर

तू लाख दुआ कर ले मुझसे दूर जाने की…. मेरी दुआ भी उसी खुदा से है तुझे करीब लाने की…..

कोरे कागज़ सी है..

तन्हाई ठीक कोरे कागज़ सी है.. ये मुझे तेरी तरह; ग़लत साबित नहीं करती|

एकांत को पिघला कर

एकांत को पिघला कर उसमें व्यस्त रहता हूँ, इन्सान हूँ मुरझा कर भी मस्त रहता हूँ

तेरे चेहरे पे

तेरे चेहरे पे ये शिकन हमें मंजूर नही…. सुनों तुम खुश रहा करो मैं रहूँ न रहूँ|

ये एक ऐसी ख़्वाहिश

ये एक ऐसी ख़्वाहिश जो मिटती ही नही हौले से छुआ था कल रात तुझे ख्वाबों में जी भर के तुझे देख लिया इतने करीब थे तुम फिर भी नज़र है कि तुझसे हटती नही|

आज अचानक कोई

आज अचानक कोई मुझसे लिपट कर बहुत रोया…. कुछ देर बाद एहसास हुआ ये तो मेरा ही साया है

एक वक़्त पर

सुबह शाम एक एक वक़्त पर दिख जाया करो मेरी जान,डॉक्टर ने कहा है दवा वक़्त पर लेते रहना|

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