मरने का मज़ा तो तब है, जब कातिल भी जनाजे पे आकर रोये |
Tag: Mosam Shayri
दिल से ज़्यादा
दिल से ज़्यादा महफूज़ जगह नहीं दुनिया में पर सबसे ज़्यादा लापता लोग यहीं से होते है|
मेरी शायरियोँ से
मेरी शायरियोँ से तंग आ जाओ, तो बता देना मुझे, वैसे भी मुझे नफरत पसन्द है, मगर दिखावे का प्यार नही..!!
दर्द की कीमत
मैं क्या जानूँ दर्द की कीमत ? मेरे अपने मुझे मुफ्त में देते हैं !
रफ्तार कुछ जिंदगी की
रफ्तार कुछ जिंदगी की यू बनाये रखी हैहमने.. कि दुश्मन भले आगे निकल जाए पर दोस्त कोई पिछे ना छुटेगा.
लोग कहते हैं
लोग कहते हैं कि मेरी पसंद खराब है लेकिन फिर भी मैं तुम्हें पसंद करता हूं।
आप कम हो जायेंगे
अपने कमाए हुए पैसों से खरीदो, शौक अपने आप कम हो जायेंगे..!!
गरीब बाँट लेते है
गरीब बाँट लेते है ईमानदारी से अपना हिस्सा अमीरी अक्सर इंसान को बेईमान बना देती है
जुदा कैसे हो पायेंगे
देखते है हम दोनों जुदा कैसे हो पायेंगे…, तुम मुकद्दर का लिखा मानते हो…, हम दुआ को आजमायेंगे…!!!
बहुत दिनों से
बहुत दिनों से इन आँखों को यही समझा रहा हूँ मैं ये दुनिया है यहाँ तो इक तमाशा रोज़ होता है|