तुझे भूलकर भी

तुझे भूलकर भी न भूल पायेगें हम, बस यही एक वादा निभा पायेगें हम, मिटा देंगे खुद को भी जहाँ से लेकिन, तेरा नाम दिल से न मिटा पायेगें हम.

यूं कम ना आंकिये

लफ़्ज़ों को यूं कम ना आंकिये, चंद जो इक्कठे हो जाएँ तो शेर हो जाते हैं।

जज़्बातों में ढल के

जज़्बातों में ढल के यूं , दिल में उतर गया बन के मेरी वो आदत , अब खुद बदल गया..

उम्र ढ़लते देर कहाँ लगती है..

उम्र ढ़लते देर कहाँ लगती है.., साल भी देखो चार दिन पुराना हो गया !

शाम का वक्त

शाम का वक्त हो और ‘शराब’ ना हो…! इंसान का वक्त इतना भी ‘खराब’ ना हो…!!

खुशबू बता रही है

खुशबू बता रही है,,,,, वो शख्स दरवाजे तलक आया था

ये ख्वाब है

ये ख्वाब है, खुश्बू है, के झोंका है के तुम हो…! ये धुंध है, बादल है, के साया है, के तुम हो …

तू चाहे कितनी भी

तू चाहे कितनी भी तकलीफ दे दे….!!! सुकुन भी सिर्फ उसी के पास ही मिलता है…!!

तुमसे किसने कह दिया

तुमसे किसने कह दिया कि मुहब्बत की बाजी हार गए हम? अभी तो दाँव मे चलने के लिए मेरी जान बाकी है !

सब कहते हैं

सब कहते हैं ज़िन्दगी में सिर्फ एक बार प्यार करना चाहिए लेकिन तुमसे तो मुझे बार बार प्यार करने को दिल चाहता है।

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